आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव व इमारत ए शरिया बिहार, झारखंड व उड़ीसा के प्रमुख मौलाना वली रहमानी के निधन पर अहम शख्सियात के दुखद संदेश ( संपादक )
जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता प्रो. शाहिद अहमद ने अपने संदेश में कहा है कि वली रहमानी बिहार के ऐसे सपूत थे, जिन्होंने पूरी मुस्लिम दुनिया में अपनी पहचान बनाई और बिहार को गौरवान्वित किया. वो जिस प्रकार से धार्मिक और राजनीतिक मामलों पर गहरी नज़र रखते थे और इन मुद्दों को सुलझाते थे, ऐसा कोई व्यक्ति अब मेरी नज़र में नहीं है. उनके इस प्रकार अचानक निधन से मुझे बड़ा दुख पहुंचा है.
दिल्ली पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर मसूद हसन ने ” तेवर न्यूज़ ” से बात करते हुए कहा कि वली रहमानी ने रहमानी 30 के ज़रिए शिक्षा के क्षेत्र में जो काम आरंभ किया था, वो अतुलनीय है, उसे जारी रहना चाहिए.
राष्ट्रीय जनता दल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ समस्तीपुर के जि़ला अध्यक्ष नसीम अब्दुल्लाह ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि उनके निधन से मुस्लिम समुदाय में बडा़ रंज है, मुस्लिम समुदाय को अल्लाह उनका बदल अता करे.
सामाजिक कार्यकर्ता व जदयू नेता अरशद हुसैन ने मौलाना वली रहमानी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मौलाना ने शिक्षा के क्षेत्र में जो रहमानी 30 शुरू किया था, वो एक बड़ा काम है. मौलाना शिक्षा के क्षेत्र में आगे बहुत कुछ करना चाहते थे, उम्मीद कि उनके काम को उनके वारिस आगे बढा़ऐंग.
शम्सी बुक सेंटर के मालिक अनवारुल हक़ शम्सी ने मौलाना के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि हम एक बडे़ आलिम से महरूम हो गये हैं, मौलाना की दीन और दुनिया दोनों पर गहरी नज़र थी.
तामीर ए मिल्लत फाउंडेशन के अध्यक्ष मिर्ज़ा ज़की अहमद बेग ने अपने संदेश में कहा है कि मौलाना वली रहमानी की शख्सियत मुस्लिम समुदाय के साथ अन्य समुदाय में भी आदरणीय थी.
आॅल इंडिया उर्दू मूवमेंट के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. बिस्मिल आरिफ़ी ने कहा कि मौलाना वली रहमानी बडे़ दानिशवर थे, उन्होंने आगे कहा कि मौलाना से दिल्ली में वो कई बार मिले और दीन और दुनिया के खास मुद्दे पर उन से बातें कीं, वो मुस्लिम समुदाय के लिए बड़ी फ़िक्र करते थे.